इंडोनेशिया के लोग चखेंगे गोहाना की चीनी का स्वाद
करीब 60 हजार क्विंटल चीनी की जाएगी निर्यात
हरियाणा उत्सव, गोहाना/ बीएस बोहत
गोहाना के गांव आहुलाना स्थित चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल पेराई सत्र 2019-20 में तैयार हुई चीनी का स्वाद इंडोनेशिया के लोग चखेंगे। मिल द्वारा निर्यात कोटे से करीब 60 हजार क्विंटल चीनी को बेचा गया है। मिल के अधिकारियों ने चीनी को ट्रेन में लोड करवाना शुरू कर दिया है। यहां से चीनी गुजरात जाएगी और वहां से समुद्र के रास्ते मालवाहक जहाजों से इंडोनेशिया भिजवाई जाएगी।
सरकार द्वारा चीनी मिलों में पेराई सीजन में जितनी चीनी तैयार होती है उसी के हिसाब से विदेशों में निर्यात के लिए कोटा भी निर्धारित किया जाता है। इस कोटे पर सरकार की तरफ से मिल को सब्सिडी भी दी जाती है। गांव आहुलाना स्थित चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल में तैयार होने वाली चीनी अलग-अलग देशों में निर्यात की जाती है। 2018-19 के पेराई सत्र में इस मिल में तैयार चीनी को ईरान को निर्यात की गई थी। 2019-20 के पेराई सत्र में मिल में तैयार हुई चीनी में से 59 हजार 960 क्विंटल चीनी इंडोनेशिया को निर्यात की जाएगी। इससे मिल को 13.35 करोड़ रुपये की आय होगी। मिल द्वारा एक कंपनी से अनुबंध करके चीनी को ट्रेन में लोड करवा कर गुजरात भिजवाना शुरू कर दिया है। कंपनी गुजरात में कांदला के निकट स्टोर करेगी। वहां से चीनी को मालवाहक जहाजों से समुद्र से इंडोनेशिया भेजा जाएगा।
मिल ने सब्सिडी वाला कोटा बेचा
सरकार द्वारा चीनी मिल का चीनी निर्यात करने के लिए अलग से कोटा निर्धारित किया जाता है। सीजन में जितनी चीनी तैयार की जाती है उससे कोटा के हिसाब से अलग से भंडारण किया जाता है। जब डिमांड आती है तब उस चीनी को निर्यात किया जाता है। मिल को इस बार निर्यात के लिए 59 हजार 960 क्विंटल का कोटा मिला था। मिल ने कोटे की चीनी को 13.35 करोड़ रुपये में बेचा है।
-विदेशों में चीनी निर्यात करने के लिए सरकार द्वारा मिलों को अलग से कोटा दिया जाता है। मिल ने अपने कोटे की चीनी को बेच दिया है। जिस कंपनी से अनुबंध हुआ था उसने चीनी उठानी शुरू कर दी है।
-आशीष वशिष्ठ, एमडी, चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल, आहुलाना