दिल्ली में बढ़े एक लाख मतदाता, महिलाओं की भागीदारी अधिक
हरियाणा उत्सव/ बीएस बोहत
दिल्ली: मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) डॉ. रणवीर सिंह ने बताया कि पिछले साल प्रकाशित सूची की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या में 1,03,610 बढ़ोतरी हुई है। मतदाताओं की सहूलियत के लिए मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है। अब दिल्ली में कुल 13820 मतदान केंद्र होंगे।
दिल्ली में मतदाताओं की संख्या में 1,03,610 की बढ़ोतरी हुई है, जिसके बाद कुल मतदाताओं की संख्या एक करोड़, 48 लाख, 99 हजार, 159 हो गई है। इनमें 81,38593 पुरुष, 67,59534 महिलाएं और 1032 ट्रांसजेंडर मतदाता हैं।
मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) डॉ. रणवीर सिंह ने बताया कि पिछले साल प्रकाशित सूची की तुलना में इस बार मतदाताओं की संख्या में 1,03,610 बढ़ोतरी हुई है। मतदाताओं की सहूलियत के लिए मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ा दी गई है। अब दिल्ली में कुल 13820 मतदान केंद्र होंगे। दिल्ली में 50,562 पुरुष, 52,964 महिलाएं और 84 ट्रांसजेंडर नए मतदाता शामिल हुए हैं। डॉ. रणवीर सिंह के मुताबिक अंतिम मतदाता सूची में पंजीकृत मतदाताओं का लिंगानुपात बढ़कर 831 हो गया है। उन्होंने बताया कि थर्ड जेंडर के मतदाताओं की संख्या में बढ़ोतरी इस वर्ग के प्रतिनिधित्व को प्रदर्शित करती है। इसके लिए सीईओ दफ्तर की तरफ से काफी प्रयास किए गए हैं।
मतदान केंद्रों की संख्या बढ़ाई गई
डॉ. रणवीर सिंह ने बताया कि जनता की सुविधा के लिए मतदान केंद्रों की संख्या में भी बढ़ोतरी की गई है। मतदान केंद्रों की संख्या 13789 से बढ़कर 13820 हो गई है। उन्होंने बताया कि विशेष सारांश संशोधन के दौरान जागरूकता बढ़ाने के लिए अलग-अलग गतिविधियां आयोजित की गईं। इसके तहत दिल्ली मेट्रो में नियमित घोषणाएं, विज्ञापन, और रेडियो पर प्रचार कराने के साथ सार्वजनिक स्थानों पर मुनादी, नुक्कड़ नाटक और प्रमुख स्थानों पर बैनरों का प्रदर्शन किया गया। दिल्ली का वोटर उत्सव अभियान -2022 के तहत ‘चलो वोटर बनें हम’ के नारे के जरिए लोगों को जागरूक किया गया।
मतदाता उत्सव के जरिए बढ़ाई जागरूकता
विशेष सारांश संशोधन -2022 के तहत नए नामांकन को बढ़ाना था। इसके लिए योग्यता तिथि एक जनवरी तय की गई। इस दिन 18 और इससे अधिक आयु वर्ग के मतदाताओं के विवरण में बदलाव या मतदाता सूची में नाम दर्ज करने का मौका दिया गया। दिल्ली में महीने भर चलने वाले मतदाता उत्सव के दौरान सीईओ ने दिल्ली के सभी निवासियों को डिजीटल सेवाओं का अधिक से अधिक उपयोग करने की सलाह दी। इसके अलावा वोटर हेल्पलाइन एप, निर्वाचन आयोग की वेबसाइट आदि के जरिए मतदाताओं के नाम सूची में दर्ज कराने के लिए प्रोत्साहित किया गया।