पूर्व सीएम ने कहा हरियाणा में लागू नहीं होने देंगे कृषि कानून
-पूर्व सीएम बोले 6 साल तक भाजपा के नक्शे से गायब था बरोदा, अब चुनाव आया तो दिखाई दिया
हरियाणा उत्सव, गोहाना
हरियाणा के नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि जब तक फसलों पर न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागू नहीं होगा, तब तक तीन नए कृषि कानूनों को हरियाणा में लागू नहीं होने दिया जाएगा। इन कानूनों के विरोध में पूरे प्रदेश में यात्रा निकाली जाएगी, जिसकी शुरूआत बरोदा हलका से उपचुनाव होने के बाद की जाएगी। हुड्डा ने किसान आंदोलन के दौरान पिपली में किसानों पर हुए लाठीचार्ज की घटना की जांच पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय के सीटिंग जज से करवाने की मांग की। हुड्डा बृहस्पतिवार को गोहाना में रोहतक रोड स्थित एक बैंकेट हॉल में संवाददाताओं से बातचीत कर रहे थे।
भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि 9 अगस्त 2007 को उनकी सरकार के कार्यकाल में हरियाणा के किसानों के लिए अनुबंध खेती का नियम बनाया गया था। इस नियम में यह व्यवस्था की गई थी कि अनुबंध खेती प्रायोजक व अनुबंध खेती उत्पादक के बीच जो समझौता होगा, उसमें फसल की अनुबंध दर एमएसपी से कम नहीं होगी। हुड्डा ने प्रदेश सरकार से पूछा कि क्या नए कृषि कानून बनने के बाद हरियाणा में 13 साल पहले बना नियम खत्म हो गया है? हुड्डा ने मु यमंत्री मनोहर लाल से बरोदा में उनके सामने चुनाव लडऩे की चुनौती दी। उन्होंने कहा कि उपचुनाव अकेले बरोदा का नहीं बल्कि भाजपा-जजपा गठबंधन की सरकार के खिलाफ जनादेश होगा। जब उपचुनाव का परिणाम कांग्रेस के हक में आएगा, उसी दिन प्रदेश सरकार की चूलें हिल जाएंगी और उसकी उलटी गिनती शुरू हो जाएगी। भाजपा ने विकास के लिए 6 साल तक जिस बरोदा हलका को अपने नक्शे से गायब रखा, अब उपचुनाव में याद हा गया है। अब यहां के विकास के लिए झूठी घोषणाएं की जा रही हैं।