दलित-पिछड़ों का जातिगत आरक्षण खत्म कर आर्थिक आधार पर हो आरक्षण-योगेश्वर दत्त
भाजपा प्रत्याशी ने अपने ही वोट बैंक का आरक्षण खत्म करने की बात कही
हरियाणा उत्सव/ गोहाना
भाजपा प्रत्याशी योगेश्वर दत्त ने आरएसएस के एजेंडे को आगे बढ़ाते हुए एक फिर से दलित व पिछडों के जातिगत आरक्षण को खत्म करने की बात कही है। उन्होंने कहा कि आरक्षण का आधार जाति नही आर्थिक होना चाहिए। दो साल पहले किया गए टवीट पर आज भी कायम हूं। उन्होंने कहा कि उनके टवीट को सोशल मीडिया पर फैलाने वाले नेता दो साल पहले कहां थे, जब मैंने यह टवीट किया था। उन्होंने यह बात एक पत्रकार द्वारा पूछे गए आरक्षण विरोधी टवीट के सवाल पर कही।
उन्होंने आरक्षण को खत्म करने के साथ-साथ आरक्षण को भ्रष्टाचार से भी जोड दिया। उन्होंने कहा कि जरूरतमंदों को आरक्षण मिलना चाहिए। समाज में सभी गरीबों को आरक्षण मिलना चाहिए। आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आने से हलके में वोट मांगना भी मुश्किल हो गया है। दलित -पिछडे ही भाजपा का वोट बैंक हैं और योगेश्वर दत्त उनके की अरक्षण को खत्म करने की पैरवी कर रहे हैं। एसे में उन्होंने कमजोर राजनीतिक सोच का परिचय दिया है। हलके में दलित-पिछडों की लगभग 50 प्रतिशत वोट हैं। दलित और पिछडे उन्हें कितना वोटप्रेम देते हैं यह तो तीन नवंबर को पता चलेगा।