जांच पूरी नहीं होने पर विवि के सामने धरने पर बैठेंगे सुलतान
-महिला विश्वविद्यालय में नियुक्तियों में धांधली का मामला
हरियाणा उत्सव/ बीएस बोहत
गोहाना: आरटीआइ एक्टिविस्ट सुलतान सिंह ने बीपीएस महिला विश्वविद्यालय (विवि) में नियुक्तियों में धांधली के मामले में समय पर जांच नहीं करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि कमेटी करीब डेढ़ साल में जांच पूरी नहीं कर पाई। उन्होंने कहा कि अगर कमेटी ने 15 दिन में जांच पूरी नहीं की तो वे एक मार्च से विश्वविद्यालय के गेट के सामने धरने पर बैठ जाएंगे। वह गोहाना के सिंचाई विभाग के विश्रामगृह में बसंत सिंह के साथ पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।
सुल्तान सिंह ने आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय के विधि विभाग से सेवानिवृत्त हो चुके विभागाध्यक्ष डा. विमल जोशी ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर नौकरी हासिल की थी। उन्होंने आरटीआइ से दस्तावेज जुटा कर विभिन्न स्तर पर शिकायत की थी। सुलतान सिंह की शिकायत पर खानपुर कलां थाना में डा. जोशी के खिलाफ के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। उन्होंने कहा कि उच्च अधिकारियों के आदेश पर 2020 में विभागीय स्तर की जांच के लिए कमेटी गठित की थी। यह कमेटी अब तक जांच पूरी नहीं कर पाई है। उन्होंने विश्वविद्यालय के बीएड विभाग की भी एक अधिकारी के खिलाफ इसी तरह के आरोप लगा रखे हैं। सुलतान सिंह का दावा है कि जांच पूरी हुए बिना ही विश्वविद्यालय प्रशासन अब दोनों सेवानिवृत्त अधिकारियों को पेंशन का लाभ देने की तैयारी कर रहा है।
इसी तरह से गांव कटवाल के बसंत सिंह ने भी आरोप लगाए। उन्होंने उनकी बेटी सलोचना ने गेस्ट पीटीआइ के पद पर आवेदन किया था लेकिन जब अनुभव प्रमाण पत्र मांगा गया तो टीचिंग असिस्टेंट पीटीआइ का पत्र जारी करने को कहा गया जबकि ऐसा कोई पद नहीं था। बसंत का कहना है कि उनकी बेटी को बिना नोटिस के नौकरी से निकाल दिया गया।