पोर्टल से डाटा रिकवरी को लेकर एसडीएम से मिले किसान।
हरियाणा उत्सव, गोहाना (भंवर सिंह)
करीब दो महीने पहले हुई बारिश से फसले खराब हो गई थी। किसानों ने खराब फसल का ब्योरा क्षतिपूर्ति पोर्टल पर अपलोड किया था। अब यह डाटा पोर्टल से डिलिट हो गया है। डाटा डिलिट होने से इन खेतों की गिरदावरी भी नहीं हुई। डाटा रिकवरी के लिए किसान लघु-सचिवालय में एसडीएम आशीष वशिष्ठ से मिले। एसडीएम ने किसानों को डाटा की जांच करवाने का आश्वासन दिया।
किसान सत्यवान नरवाल, सुभाष मलिक, कृष्ण मलिक, सतबीर, श्याम, अमित, जयसिंह का कहना है कि इस बार बारिश केसीजन के दौरान उपमंडल के किसानों की हजारों एकड़ कृषि भूमि में जलभराव हुआ था। जलभराव के कारण किसानों की फसलें भी खराब हुई हैं। सरकार ने खराब हुई फसलों का मुआवजा देने के लिए मेरी फसल मेरा ब्यौरा और क्षतिपूर्ति पोर्टल पर पंजीकरण करना अनिवार्य किया हुआ है। मुआवजा का लाभ लेने के लिए अधिकांश किसानों ने अपने स्तर पर पोर्टल पर डाटा अपलोड किया था। पोर्टल पर अपलोड डाटा के आधार पर ही सरकार ने खेतों की गिरदावारी करवाई है। किसानों को मुआवजा भी गिरदावरी रिपोर्ट के आधार पर मिलेगा।
किसानों का कहना है कि उनके द्वारा अपलोड किया हुआ डाटा अब पोर्टल पर दिखाई नहीं दे रहा है। तकनीकी कारणों के चलते यह डाटा पोर्टल से गायब हो गया है। पोर्टल पर डाटा नहीं होने के चलते उनके खेतों को गिरदावरी में भी शामिल नहीं किया गया। किसानों को अब खराब हुई फसलों का मुआवजा भी नहीं मिलने का डर सता रहा है। किसानों ने पोर्टल से डिलिट डाटा को रिकवार कराने और मुआवजा दिलाने की मांग की।