त्रिवेणी का वैज्ञानिक महत्व होता है-त्रिवेणी बाबा
हरियाणा उत्सव, गोहाना:
जब पर्यावरण का संतुलन बिगाड दिया जाता है तो प्रदुषण पैदा होता है। पर्यावरण के घटकों में हवा, पानी, प्रकाश, जीव-जंतु, पशु-पक्षी आदि शामिल हैं। इन सबको संरक्षित करना ही पर्यावरण की रक्षा करना होता है। यह बात बाबा त्रिवेणी ने कही वह त्रिवेणी टीम के साथ सोनीपत रोड स्थित सिंचाई विभाग के कार्यालय में त्रिवेणी रोपने पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि त्रिवेणी का विज्ञान में बहुत महत्व होता है। त्रिवेणी लगाने से पर्यावरण शुद्ध होता है। वहीं बरगद के नीचे की मिट्टी बहुत उपजाऊ होती है। त्रिवेणी एक साधारण वृक्ष न होकर इसका आध्यात्मिक महत्व भी है। त्रिवेणी को शास्त्रों में स्थाई यज्ञ की संज्ञा दी गई है। त्रिवेणी तीन पेड़ों का संगम होता हैं बरगद (बड़), नीम और पीपल। त्रिवेणी हमें हमारी संस्कृति से जुडऩे का संदेश देती है। तीनों पेड़ आक्सीजन भी अधिक देते हैं।