राष्टï्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग के निर्देशानुसार सडक़ों से स्कूलों तक पहुंचाने के लिए की जा रही बच्चों की पहचान
हरियाणा उत्सव;सोनीपत
-सेक्टर-23 स्थित झुगगी-झोंपडिय़ों में मिले 34 बच्चे सीडब्ल्यूसी के समक्ष करेंगे प्रस्तुत: संरक्षण अधिकारी आरती
-चिन्हित बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के साथ उनकी स्वास्थ्य जांच करवायेंगे मौके पर
-बाल संरक्षण कार्यालय की टीम ने संबंधित टीम के साथ सर्वे के लिए किया दौरा
सोनीपत राष्टï्रीय बाल संरक्षण अधिकार आयोग (एनसीपीसीआर) के निर्देशानुसार बच्चों के बचपन को संवारने की दिशा में जिला बाल संरक्षण इकाई ने तीव्र कदम बढ़ाते हुए बच्चों को सडक़ों से स्कूलों तक पहुंचाने के लिए जरूरतमंद बच्चों की पहचान को गति प्रदन की है। मंगलवार को संरक्षण अधिकारी आरती ने सेक्टर-23 स्थित झुग्गी-झोंपडिय़ोंं में ऐसे जरूरतमंद 34 बच्चों का आंकड़ा तैयार किया है, जिन्हें अब शिक्षा दिलाने का प्रयास किया जाएगा।
संरक्षण अधिकारी आरती ने एंटी ह्यूमन टै्रफिकिंग यूनिट के हैड कांस्टेबल राजकुमार, प्रदीप व चाइल्डलाईन के सदस्य मोहित के साथ सेक्टर-23 स्थित झुग्गी-झोंपडिय़ों का दौरा किया। उन्होंने कड़े प्रयासों के बाद इस क्षेत्र में 34 बच्चों की पहचान करने में सफलता प्राप्त की है, जो स्कूल नहीं जा रहे। उन्होंने बताया कि इन बच्चों के आधार कार्ड भी नहीं बने हुए। चिन्हित किये गये बच्चों में डेढ़ वर्षीय नन्हें बालक से लेकर 17 वर्षीय किशोर शामिल रहे। यह सभी बच्चे न किसी आंगनवाड़ी केंद्र में और न ही किसी स्कूल में जा रहे हैं। इनके पास पहचान के लिए भी कोई दस्तावेज नहीं है
।
संरक्षण अधिकारी आरती के अनुसार एनसीपीसीआर के निर्देशानुसार सर्वे में चिन्हित किये जाने वाले बच्चों को आंगनबाड़ी केंद्रों व स्कूलों में भेजा जाएगा। इसके लिए सभी बच्चों को पहले बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। सीडब्ल्यूसी के आदेशों के बाद बच्चों की जानकारी बाल स्वराज पोर्टल पर अपलोड की जाएगी, ताकि बच्चों को सरकारी योजनाओं का पूर्ण लाभ मिल सके। उन्होंने कहा कि सडक़ों पर किसी भी बच्चे के जीवन को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा। सडक़ों पर लावारिस अवस्था में अथवा भीख मांगते हुए और मजदूरी करते हुए पाये जाने वाले बच्चों को स्कूलों में भेजा जाएगा, ताकि उनका भविष्य सुखद हो।
संरक्षण अधिकारी ने बताया कि महिला एवं बाल विकास विभाग ने सोनीपत जिला में कुछ हॉट स्पॉट चिन्हित किये हैं, जहां जरूरतमंद बच्चों के मिलने की संभावनाएं हैं। इन स्थानों पर टीम जाकर सर्वे के माध्यम से बच्चों की पहचान कर रही है, जिसकी जानकारी बाल स्वराज पोर्टल पर अपलोड की जाएगी। साथ ही उन्होंने बताया कि सेक्टर-23 में मिले बच्चों के आधार कार्ड बनवाने के लिए प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं। मौके पर ही इन बच्चों की स्वास्थ्य जांच करवायेंगे और आधार कार्ड बनवाने की सुविधा दी जाएगी।