-आंदोलन में मृत किसानों को संसद में श्रद्धांजलि और माफी मांगनी चाहिए
हरियाणा उत्सव/ बीएस बोहत
गोहाना: किसान आंदोलन ने बहुमत वाली सरकार को झुकाने का काम किया है। यह किसान व कमेरे वर्ग की जीत है। किसानों ने आंदोलन के दौरान ठंड, गर्मी व बारिश आदि मौसम की मार झेली है। सरकार ने आंदोलन को खत्म करने के लिए किसानों पर लाठीचार्ज किया, आसू गोले छोडे, भाजपा नेताओं ने भाषणों में किसानों का तिरस्कार किया। आंदोलन के दौरान करीब 670 किसानों की जान गई है। उसके बाद भी किसान शांतिपूर्ण तरीके से धरने पर टिके रहे। उसके बाद आंदोलन की जीत हुई है। आंदोलन की जीत को स्वर्णिम शब्दों में लिखा जाएगा। यह बात रोहतक से राज्यसभा सदस्य दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने कही। वह कांग्रेस कार्यकर्ता आजाद सिंह मलिक के भाई स्व. आनंद मलिक की बेटी कीर्ति की शादी में पहुंचे थे।
उन्होंने मांग करते हुए कहा कि किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों को आर्थिक मदद करे और परिवार में रोजगार दिया जाना चाहिए। संसद के शीत सत्र में मृत किसानों के परिवारों से माफी मांगे और उन्हें संसद में ही श्रद्धांजलि देनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में लखी-किरोड़ी का खेल चल रहा है। खर्ची पर्ची और नोटों की अटेची से रोजगार दिया जा रहा है। नौकरियों में एक के बाद एक घोटाले सामने आ रहे हैं। एक उच्च अधिकारी भारी-भरकम नोटों की अटैची के साथ पकड़े जाने पर घोटाला सामने आया है। आपके पास देने के लिए लाख रुपये या करोड रुपये है, तो आप रोजगार पा सकते हैं। प्रदेश में नोटों के आधार पर नौकरी दी जा रही हैं। एचपीएससी और एचएसएससी द्वारा नौकरियों में बहुत बडे स्तर पर घोटाले किए जा रहे हैं। भाजपा के राज में 38 नौकरियों के पेपर लीक किए गए हैं। बडी नौकरियों के पेपर लीक करने में सरकार के निकटतम लोग शामिल हैं। एचपीएससी व एचएसएससी को भंग किया जाना चाहिए और पेपर लीक मामले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए।
प्रदेश को स्वर्णिम बनाने वाले बडे मंजूरशुदा प्रोजेक्टों को मुख्यमंत्री मनोहर लाल दूसरे राज्यों में भेज रहे हैं। गोहाना में लगने वाली रेल कोच फैक्ट्री को यूपी के बनारस में भेज दिया और इसी तरह से महम में बनने वाले एयरपोर्ट को जेवर में बना दिया। अगर एयरपोर्ट हरियाणा के महम में होता तो आज हजारों युवाओं को रोजगार मिलता और प्रदेश का नाम विदेशों में चकता। लेकिन मुख्यमंत्री के पास प्रदेश विकास के लिए सोच नहीं है। एयरपोर्ट को महम मंजूर करवाने के लिए हमने बहुत मेहनत की थी, लेकिन बहुत दर्द हुआ जब हमारे मंजूर किए गए प्रोजेक्टों को दूसरे राज्य में भेज दिया। इस मौके पर विधायक जगबीर सिंह मलिक, इंदुराज नरवाल, कांग्रेस युवा प्रदेश अध्यक्ष हिमांशु बुद्धिराजा, आजाद मलिक, डा. कपूर सिंह नरवाल, बंसी वाल्मीकि, कंवर भावड, रवि इंदोरा, दुष्यंत लठवाल, प्रदीप कुमार, रोहित, रिंकू भनवाला आदि मौजूद रहे।