भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं की नाराजगी पडेगी भारी
हरियाणा उत्सव, गोहाना (भंवर सिंह)
सोनीपत लोकसभा में कौन किस पर भारी उस खबर का टाइटल था। जिसमें हरियाणा उत्सव ने भाजपा प्रत्याशी मोहन लाल बडौली को भीतरीघात आशंका को लेकर अगाह किया था।
मतदान के बाद मोहनलाल बडौली को भीतरीघात होने का अंदरुहनी फीडबैक मिलने लगा। जिसके बाद उन्होंने मतदान के तीन दिन बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से भीतरीघात होने की बात स्वीकारी।
उसके बाद भाजपा के जाने माने एक नेता का आडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा।
हरियाणा उत्सव इस आडियों की पुष्टि नहीं करता है।
भीतरीघात को रोका जा सकता था। लेकिन मोहनलाल बडौली अपने चुनाव को संभालने में लगे हुए थे। उनके नजदीक के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने उन्हें बिचला रखा था। अपनी हाजरी के चक्कर में मोहन लाल बडौली को भीतरीघात को समझने का मौका ही नहीं दिया गया। भीतरीघात का फीडबैक मिला जबतक काफी देर हो चुकी थी। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और मुख्यमंत्री नायब सैनी के संज्ञान में मामला लाया गया और एक प्रेस कांफ्रेंस करके उन्होंने भीतरीघात होने की बात कही।
अगर समय रहते हमारी इस खबर पर संज्ञान लेते तो मामला कुछ और ही हो सकता था। चार जून को पता लगेगा कि भीतरीघात कितना बडा हुआ। यह भीतरीघात मोनलाल बडौली को संसद में पहुंचने से रोक पाएगा या फीर हल्के डेंट से ही सहन करना पडेगा। भीतरीघात करने वालों के साथ पार्टी क्या फैसला करेगी वह तो भविष्य के गर्भ में है।