– जानिए भारत में कब होगा सूतक काल
भारत में कब होंगे सूर्य और चंद्र ग्रहण
हरियाणा उत्सव, (बीएस बोहत)
अक्टूबर महीने में सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण दोनों होंगे। इस साल के दूसरे और आखिरी सूर्यग्रहण व चंद्रग्रहण होंगे। इस साल का दूसरा सूर्यग्रहण 14 अक्टूबर दिन शनिवार को लगेगा। सूर्यग्रहण तब लगता है जब चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच से गुजरता है। सूर्यग्रहण भारतीय समय के अनुसार रात 8: 34 से शुरू होगा और मध्यरात्रि 2: 25 तक रहेगा।
14 अक्टूबर को भारत में दिखाई नहीं देगा सूर्यग्रहण
28 व 29 अक्टूबर को भारत में दिखाई देगा चंद्रग्रहण
अक्टूबर माह में खगोल की अद्भुत घटनाएं होने वाली हैं। अगले बीस दिनों के भीतर सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण दोनों होंगे। एक सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण पहले ही अप्रैल और मई के महीने में लग चुके हैं। अक्टूबर माह में इस साल के दूसरे और आखिरी सूर्यग्रहण व चंद्रग्रहण होंगे।
किसी भी ग्रहण को वैज्ञानिक रूप से खगोलीय घटना माना जाता है, हालांकि भारत में इसे धार्मिक घटना माना जाता है और ग्रहण से पहले सूतक के नियम लागू हो जाते हैं, जिसमें धार्मिक क्रियाकलापों पर पाबंदी होती है।
गोहाना के जाने माने ज्योतिषी शास्त्री जगदीश चुघ उर्फ टीनू के अनुसार अक्टूबर में दिखने वाला ये सूर्यग्रहण भारतीय समय के अनुसार रात को आठ बजकर 34 मिनट से शुरू होगा और मध्यरात्रि दो बजकर 25 मिनट तक रहेगा।
इसे उत्तरी अमेरिका, कनाडा, ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड, ग्वाटेमाला, मैक्सिको, अर्जेटीना, कोलंबिया, क्यूबा, बारबाडोस, पेरु, उरुग्वे, एंटीगुआ, वेनेजुएला, जमैका, हैती, पराग्वे, ब्राजील, डोमिनिका और बहामास में देखा जा सकेगा। भारत में ये नहीं दिखेगा।
भारत में ये सूर्यग्रहण दिखाई नहीं देगा, इसलिए सूतक के नियम भी यहां लागू नहीं होंगे। सूतक के नियम वहीं मान्य होते हैं, जहां ग्रहण दिखाई पड़ता है। सूतक काल ग्रहण के पहले का वह अशुभ समय होता है, जिसमें पृथ्वी का वातावरण हानिकारक किरणों के कारण प्रदूषित हो जाता है।
भारत में भी देखा जा सकेगा ग्रहण
साल का दूसरा और आखिरी चंद्रग्रहण 28 और 29 अक्टूबर की मध्यरात्रि में लगने जा रहा है। यह ग्रहण 28 अक्टूबर को रात को एक बजकर पांच मिनट से लगेगा और रात दो बजकर 24 मिनट पर समाप्त होगा। इस ग्रहण को भारत में भी देखा जा सकेगा।
चूंकि ये चंद्रग्रहण भारत में भी दिखेगा, इसलिए सूतक के नियम भी यहां लागू होंगे। सूतक काल 28 अक्टूबर की शाम चार बजकर पांच मिनट पर शुरू हो जाएगा। सूतक काल में पूजा-पाठ करने की मनाही होती है।