-हलके की समस्याओं को लेकर हुई बहस, लेकिन किसी भी सवाल का नहीं दिया संतोषजनक जवाब
हरियाणा उत्सव/ बीएस बोहत
गोहाना: गोहाना हलके के विधायक जगबीर सिंह मलिक ने कहा कि विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भाजपा सरकार के पास विपक्ष के किसी भी सवाल का संतोष जनक व सही जवाब नहीं था। सरकार उनके द्वारा पूछे गए सवालों से भागती नजर आई और सवालों का जवाब गलत दिया।
विधायक जगबीर मलिक ने कहा कि उन्होंने नंबरदारों प्रथा को बंद किया जा रहा है? जिसका जवाब उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने दिया कि नहीं ऐसा नहीं किया जा रहा। जब उन्होंने पूछा तो सरबराह नंबरदारों के पद क्यों समाप्त कर रहे है तो सरकार के पास इसका कोई जवाब नहीं था। उन्होंने कहा कि किसानों के मुद्दे पर कोई संतोष जनक जवाब सरकार ने नहीं दिए। एचपीएससी भर्ती घोटाले में 5 करोड़ रुपये की ऑडियों क्लीप पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सुनवाई जो अधिकारी 5 करोड़ रुपये लेने की बात कर रहे थे, हाईकोर्ट के जज से मामले की जांच कराने की बात कहीं, लेकिन सरकार के पास जवाब नहीं था।
मलिक ने आरोप लगाया कि सरकार हाईकोर्ट के जज से जांच इसलिए नहीं करवा रही, क्योंकि सरकार को पता है कि इस मामले में कौन-कौन हैं। शराब कांड, कोरोना काल में हुई रजिस्ट्रियों में अरबों के घोटाले, धान घोटाला सरकार ने पैदावार से ज्यादा धान की खरीद कर रखी है वह सरकार की ही रिपोर्ट है। इन मामलों में भी कोई जवाब नहीं दिया गया। मलिक ने कहा कि उन्होंने सवाल लगाया कि सरकार बताए गोहाना हलके के किन गांव में अब तक बरसाती पानी भरा हुआ है और कहां पर फसल की बिजाई नहीं हुई, 8 गांव दिए गए, जबकि 15 से 20 गांव है, इनमें रत्नगढ़ व खीजरपुर जाट माजरा तो सोनीपत रोड़ से लगते है, लेकिन अधिकारियों ने गलत रिपोर्ट दी। इसी तरह से डेंगू को लेकर सरकार ने हलके के तीन गांव में फॉगिंग कराई, लेकिन पूरे जिले का जवाब दे दिया गया। उन्होंने कहा कि सड़कों की मरम्मत के मुद्दे को उठाया। पीडब्लूडी की 28 व मार्केटिंग बोर्ड की 21 सड़के जर्जर हैं। लेकिन सभी को ठीक दिखा बताया गया। गांव नैना तातारपुर का रास्ता बंद कर दिया गया, उसको लेकर संतोष जनक जवाब नहीं। गोहाना के पश्चमी बाइपास, बरोदा व महम रोड़ पर फ्लाईओवर, दोनों सेक्टरों को डवलपमेंट करने के साथ ऑटो मार्केट, खराब फसलों के मुआवजे को लेकर कोई संतोष जनक जवाब नहीं दिया गया। सरकार हर सवाल से भागती हुई नजर आई।