हरियाणा में प्लाजमा बैंक की शुरूआत, क्या होता है प्लाजमा
हरियाणा उत्सव, चंडीगढ
हरियाणा के रोहतक पीजीआई में प्रदेश का पहला प्लाज्मा बैंक शुरू हो गया है। हरियाणा के स्वास्थ्य एवं गृहमंत्री अनिल विज ने गुरुवार को अम्बाला से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से इसका शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल इंफेक्शन कन्ट्रोल मैन्युअल फॉर कोविड-19 और हॉस्पिटल मैन्युअल पुस्तक का विमोचन भी किया।
स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बताया कि पीजीआई रोहतक में हरियाणा का पहला प्लाज्मा बैंक स्थापित किया गया है। कोई भी व्यक्ति जो कोरोना की बीमारी से ठीक हो चुका है और स्वस्थ है वो 14 दिन के बाद अपना प्लाज्मा डोनेट कर सकता है। उन्होंने सभी लोगों से अपील भी की कि जो लोग कोरोना की बीमारी से ठीक हो चुके हैं जिनकी हरियाणा में आज तक की संख्या 21 हजार से ज्यादा है उन लोगों को अपने नजदीकी प्लाज्मा बैंक में जाकर प्लाज्मा डोनेट करना चाहिए ताकि उससे और लोगों की जिंदगियों को बचाया जा सके।
क्या होता है प्लाजमा और कैसे काम करता है।
प्लाज्मा हमारे खून का पीला तरल हिस्सा होता है, जिसके जरिए सेल्स और प्रोटीन शरीर की विभिन्न कोशिकाओं तक पहुंचते हैं। आप यह समझ लें कि हमारे शरीर में जो खून मौजूद होता है उसका 55 प्रतिशत से अधिक हिस्सा प्लाज्मा का ही होता है।
प्लाज्मा के बारे में यह जान लेना उचित रहेगा कि अगर कोई व्यक्ति किसी बीमारी से ठीक हुआ रहता है और अपना प्लाज्मा डोनेट करता है, तो इससे डोनेट करने वाले व्यक्ति को किसी प्रकार का कोई नुकसान नहीं होता है। किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं होती है।
इसमें जो लोग अपना प्लाज्मा डोनेट करते हैं, उनके प्लाज्मा को दूसरे मरीजों से ट्रांसफ्यूजन के माध्यम इंजेक्ट करके इलाज किया जाता है।