हरियाणा उत्सव, गोहाना
भगत फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो सुदेश ने कह कि नई शिक्षा नीति 2020 की दिशा में बढऩे और कौशल आधारित शिक्षण में दक्षता प्राप्त करना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि एक अध्यापक के लिए नई शिक्षा शास्त्र की समझ होना बहुत जरूरी है। जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के उद्देश्यों को प्राप्त किया जा सके। वह विश्वविद्यालय शिक्षा विभाग में टीचिंग मास्टरी-माइक्रो एंड मेगा टीचिंग स्किल्स फॉर क्लासरूम एक्सीलेंस विषय पर आयोजित पंद्रह दिवसीय कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि पहुंची थी। यह कार्यशाला 1 से 14 जुलाई तक चलेगी।
कार्यशाला के दूसरे सत्र में अंग्रेजी विभाग के प्रोफेसर डॉ रवि भूषण ने उदाहरणों के माध्यम से छात्राओं को वाद, विवाद और संवाद की शैक्षणिक प्रक्रिया में भूमिका को समझाया। एक शिक्षक के लिए शिक्षण के प्रति सकारात्मक मनोभाव आवश्यक है। इस मौके पर कार्यशाला की निदेशक विभागाध्यक्ष प्रो वरुणा तेहलान दहिया, डॉ सुशील कुमार, डॉ. गोल्डी गुप्ता, डॉ. ज्योतिका, डॉ. सुमन दलाल, डॉ. रीना, डॉ. मोनिका, डॉ. पूनम आदि मौजूद रहे।
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