Gohana

ईंट पकाने के लिए लाया गया था जहरीला कार्बन पाउडर, सीएम फ्लाइंग ने मारा छापा।

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ईंट पकाने के लिए लाया गया था जहरीला कार्बन पाउडर, सीएम फ्लाइंग ने मारा छापा।
-भट्ठा संचालक पर मामला दर्ज
हउ-गोहाना

सीएम फ्लाइंग ने गोहाना क्षेत्र में दो जगह पर छापेमारी की। टीम गोहाना में सरसों तेल और घी बनाने की फैक्ट्री में पहुंची। टीम ने फेक्ट्री से तेल व घी के सैम्पल लिए। उसके बाद टीम देर शाम को गांव गामडी से कैलाना खास रोड स्थित जिंदल ईंट भट्टे पर पहुंची। जिंदल ईंट भट्ठा पर ईंट पकाने के लिए टायरों से निकाला गया जहरीला कार्बन पाउडर से भरा ट्राला लाया गया था। कुछ कार्बन पाउडर कोयले के साथ मिलाया गया था। जिसकी सूचना सीएम फ्लाइंग को मिली सीएम फ्लाइंग ने मौके पर पहुंचकर ट्राले में भरे कार्बन पाउडर के बैगों को पकड़ लिया। जिसमें से अधिकतर कार्बन से भरे बैग को क्रेन से नीचे उतार रखा था।

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प्रदूषण नियंत्रण विभाग के अधिकारियों ने सभी कार्बन पाउडर से भरे बैग जप्त कर लिया और ईंट भट्ठा संचालक के खिलाफ प्रदूषण अधिनियम के तहत नोटिस जारी कर दिया। जवाब संतोषजनक नहीं हुआ तो भट्टे को सील कर दिया जाएगा। यह कार्रवाई मंगलवार रात करीब 11 बजे तक जारी रही। मौके पर सीआईडी से डीएसपी अजीत सिंह पहुंचे उन्होंने ईंट भट्ठा संचालक के खिलाफ मामला दर्ज करने के निर्देश दिए। इस मौके पर सीएम फ्लाइंग की टीम में उप निरीक्षक सुनील राजेश, श्रवण, खाद्य एवं आपूर्ति विभाग से निरीक्षक रोहित मलिक, सदर थाना एसएचओ कर्मजीत, प्रदूषण कंट्रोल बोर्ड से एसडीओ रविन्द्र यादव आदि मोजूद रहे।

फोटो- ट्राले में भरकर लाया गया कार्बन पाउडर की जांच करते हुए अधिकारी

प्रदूषण विभाग के एसडीओ रविंद्र यादव ने बताया कि भट्टा संचालकों के पास ईंट पकाने के लिए कोयला और लकड़ी इस्तेमाल करने की अनुमति हैं । लेकिन मौके पर टायरों से निकाला गया जहरीला कार्बन पाउडर इस्तेमाल करने के लिए लाया गया था। पाउडर को जलाने की तैयारी की जा रही थी। जहरीला पाउडर जलने से हवा में घुलकर कैंसर जैसी अनेक बीमारियों को बढ़ावा देता है।

डीएसपी अजीत कुमार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि ईंट पकाने के लिए गांव गामडी में जिंदल भ_े पर कार्बन पाउडर लाया गया है। सूचना के आधार पर हमारी टीम ने सीएम फ्लाइंग के साथ छापेमारी की। मौके पर एक ट्राले में कार्बन पाउडर के बैग भरे मिले और कुछ बैग नीचे उतारे गए थे । बैगों को जब्त कर लिया गया है और भट्ठा संचालक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।

-टैक्स की भी की चोरी
अधिकारियों की माने तो कार्बन पाउडर को इंधन के रूप में जलाने की अनुमति नहीं है। भ_े में कोयला और लकडी जलाने की अनुमति दी जाती है। भ_े पर ईंट पकाने के लिए कोयला खरीदा जाता तो सरकार को टैक्स भी जाता। लेकिन यहां पर अवैध रुप से कार्बन पाउडर को भ_े पर जलाया जा रहा है। अप्रत्यक्ष रूप से टैक्स की भी चोरी बनती है।

-प्रदूषण को रोकने और पर्यावरण बचाने के लिए बनाए आयोग और बोर्ड।
सरकार द्वारा प्रदूषण को कम करने और पर्यावरण को संरक्षित करने के लिए विभिन्न अभियान चलाए जाते हैं। प्रदूषण नियंत्रण के लिए अलग से बोर्ड भी बनाया गया है। इसके अलावा अलग से आयोग भी बनाए हुए है। उसके बावजूद उम्मीद के अनुसार बढ़ते प्रदूषण को कम करने में कामयाबी नहीं मिल रही है।

कार्बन पाउडर जलाने के नुकसान- सात हजार साल तक हवा में मौजूद रहता
अधिकारियों के अनुसार कार्बन पाडर बहुत ही जहरीला होता है। इसके जलाने से काफी मात्रा में प्रदूषण पैदा होता है। यह प्रदूषण हवा में घुलकर लाइलाज बीमारियों को बढ़ावा देता है। कार्बन पाउडर या एसी कोई भी वस्तु जिससे प्रदूषण पैदा होता है। उसके जलाने आसपास के क्षेत्र में प्रदूषण युक्त वातावरण बनता है। जिससे बीमारियां बढ़ती हैं। एक शोध के अनुसार एक बार प्रदूषण पैदा होने पर करीब सात हजार साल तक हवा में मौजूद रहता है। जिससे हमारी आने वाली नसलों पर असर पड़ता है। जिस प्रकार आज बेहिसाब प्रदूषण हो रहा है। आने वाली पीढिय़ां अपंग होने की ओर है।

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