बरोदा उपचुनाव –
भाजपा व कांग्रेस ने बरोदा उपचुनाव में क्या तैयारी की?
-भाजपा व कांग्रेस ने किस-किसकी लगाई जिम्मेदारी
हरियाणा उत्सव, चंडीगढ
बरोदा विधानसभा उपचुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। सत्ताधारी दल भाजपा ने विधायक दल की बैठक की। भाजपा विकास के मुद्दे पर पर उपचुनाव लड़ेगी। गठबंधन माइक्रो रणनीति तैयार करेगा, जबकि कांग्रेस ने एक विधायक के जिम्मे दो गांव लगा दिए हैं। जातीय समीकरणों पर मंथन किया गया।
कांग्रेस ने भाजपा की जनविरोधी नीतियों को जनता के बीच ले जाने का निर्णय लिया है। हालांकि अभी न चुनाव की तारीख घोषित हुइर् है और न किसी पार्टी ने उम्मीदवाराें ने नाम, लेकिन दोनों दलों ने तैयारियां तेज कर दी हैं।
मंगलवार को चंडीगढ़ में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। करीब ढाई घंटे चली बैठक में तय किया गया कि बरोदा उपचुनाव डेवलपमेंट के एजेंडे पर लड़ा जाएगा। यह चुनाव वार की तरह लड़ा जाएगा। न केवल बरोदा चुनाव, बल्कि शहरी निकाय चुनाव और पंचायती चुनाव भी पूरे दमखम के साथ लड़े जाएंगे। गठबंधन सहयोगी जेजेपी के साथ माइक्राे रणनीति तैयार की जाएगी।
मुख्यमंत्री ने सरकार की भाजपा के संगठन और जेजेपी से तालमेल की बताई जरूरत
सीएम मनोहर लाल ने कहा कि बरोदा उपचुनाव जीतने से लेकर पंचायत एवं शहरी निकाय चुनाव जीतने पर चर्चा हुई है। भाजपा संगठन और सरकार में तालमेल जैसा पहले चल रहा है, उसे और अच्छा बनाकर चलने पर सहमति बनी है। सीएम ने जींद उपचुनाव का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि भाजपा ने कार्यकर्ताओं और सरकार की कल्याणकारी नीतियों के बूते हमेशा अपना अच्छा दिया है। बरोदा में भी यह जारी रहेगा।
पार्टी के नेताओं को विपक्ष के आरोपों का तथ्यों के साथ जवाब देना होगा। प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि बरोदा उप चुनाव कांग्रेस के लिए चुनौती है और भाजपा के लिए अवसर है। 30 जुलाई को पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा रेवाड़ी, सोनीपत, नूंह, पलवल, हिसार और फतेहाबाद के दफ्तरों का वीडियो कांफ्रेंसिंग से उद्घाटन करेंगे, जबकि कुरुक्षेत्र, करनाल, यमुनानगर व महेंद्रगढ़ के कार्यालय की नींव भी रखी जाएगी।