धरती की तरफ बढ़ रहा खतरनाक उल्का पिंड, अगर टकराया तो खत्म हो जाएगी जिंदगी
हरियाणा उत्सव/ नई दिल्ली
2022 में पहली बार एक बड़े साइज का उल्कापिंड धरती के पास से गुजरेगा। यह उल्कापिंड 18 जनवरी को धरती के पास से गुजरने वाला है। नासा के अनुसार, ये इस साल का पहला उल्कापिंड है। जो धरती के पास से गुजरने वाला है। यदि ये उल्कापिंड धरती से टकराता तो इसके भयानक परिणाम हो सकते थे, लेकिन ये धरती को बिना नुकसान पहुंचाए यहां से गुजर जाएगा।
एफिल टॉवर से 4 गुना बडा है इसका आकार
हमारी सहयोगी वेबसाइटWION की रिपोर्ट के अनुसार, इस उल्कापिंड का नाम 7482 (1994 PC1) है। इसका व्यास करीब 1 किलोमीटर है और चौड़ाई 1.3 किलोमीटर है। इस उल्कापिंड का आकार एफिल टॉवर से चार गुना और न्यूयार्क की एंपायर स्टेट बिल्डिंग से साढ़े तीन गुना बड़ा है।
उल्का पिंड धरती से टकराया तो जीवन का नामोनिशान हो जाता खत्म
एक स्टडी के मुताबिक, यदि 140 मीटर व्यास का कोई उल्का पिंड धरती से टकराता है तो उससे धरती पर हुए पहले परमाणु विस्फोट से हजार गुना ज्यादा ऊर्जा निकलेगी और यदि किसी उल्का पिंड का व्यास 300 मीटर हो तो उससे धरती का नामोनिशान मिट जाएगा।
सूर्य का चक्कर लगा रहा है ये उल्कापिंड
इस उल्कापिंड को अपोलो क्लास उल्कापिंड कहा जा रहा है जिसका मतलब है कि इसके घूमने वाली कक्षा धरती से बड़ी है और ये सूर्य का चक्कर लगा रहा है। नासा का कहना है ये उल्कापिंड 18 जनवरी को धरती से 1.98 मिलियन किलोमीटर की दूरी से निकलेगा। नासा का कहना है कि अगले 100 साल तक धरती से किसी भी उल्कापिंड के टकराने की संभावना नहीं है।