हरियाणा उत्सव, गोहाना (भंवर सिंह)
नागरिक अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू करने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने साढ़े 3 वर्ष बाद दोबारा से प्रक्रिया शुरू की है। ब्लड स्टोरेज यूनिट के लिए विभाग द्वारा डॉक्टर को प्रशिक्षित किया जाएगा। इसके लिए विभाग ने अस्पताल प्रशासन से डॉक्टर और एलटी का नाम मांगा है। एसएमओ डॉक्टर संजय छिकारा ने भी प्रशिक्षण के लिए डॉक्टर भानु प्रताप और एलटी नरेश जैन का नाम भेजा है। अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू होने से रक्त की कमी के चलते मरीजों को दूसरे अस्पतालों में रेफर नहीं करना पड़ेगा।
सिविल अस्पताल में राष्ट्रीय मानकों के अनुसार मरीजों को सुविधाएं देने के लिए अगस्त 2018 में स्वास्थ्य विभाग ने ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू करने की मंजूरी दी थी। रक्त को संकलित करने के लिए विभाग ने फ्रीज और दूसरे संसाधन भी उपलब्ध करवा रखे हैं। स्टोरेज यूनिट शुरू करने के लिए विभाग ने डॉ. अरूण और एलटी अजीत नैन को प्रशिक्षण भी दिया था। प्रशिक्षण देने के बावजूद भी अस्पताल में सुविधाओं के अभाव में ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू नहीं हुई। कुछ महीने बाद प्रशिक्षित डॉ. अरूण का अस्पताल से स्थानांतरण हो गया था। प्रशिक्षित डॉक्टर की बदली होने पर मुख्यालय ने कई वर्षों तक दूसरे डॉक्टर का नाम नहीं मांगा। स्वास्थ्य विभाग अब अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू करने को लेकर गंभीर है। इसके लिए डॉक्टर को प्रशिक्षण देने के लिए नाम मांगा गया है। स्वास्थ्य विभाग अपने स्तर पर डॉक्टर और एलटी को प्रशिक्षण देगा। अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू होने से क्षेत्र के मरीजों को फायदा होगा। ब्लड स्टोरेज यूनिट में हर समय सभी ग्रुप का ब्लड उपलब्ध रहेगा।
फ्रीज की करवाई जाएगी कोलिब्रेशन
ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू करने से पहले सर्वप्रथम फ्रीज की कोलिब्रेशन करनी अनिवार्य होती है। कोलिब्रेशन होने से फ्रीज अंदर रखे हुए रक्त की जानकारी बाहर लगे चार्ट पर दर्शा देता है। ऐसे में कर्मचारियों को रक्त संबंधी जानकारी जुटाने के लिए बार-बार फ्रीज खोलने की आवश्यकता नहीं होती है। डॉक्टर को प्रशिक्षित करने के साथ ही अस्पताल में फ्रीज की कोलिब्रेशन का कार्य भी करवाया जाएगा।
प्रतिमाह रेफर होती हैं 8 से 10 गर्भवती महिलाएं
अस्पताल में ब्लड स्टोरेज यूनिट गर्भवती महिलाओं को आपात स्थिति में रक्त उपलब्ध कराने के लिए शुरू की जानी है। मुख्यालय की मंजूरी के बावजूद भी अब तक महिलाओं को ब्लड स्टोरेज यूनिट का लाभ नहीं मिल रहा है। महिला में रक्त की कमी होने की स्थिति में उसे दूसरे अस्पतालों में ही रेफर कर दिया जाता है। शहर के अस्पताल से प्रतिमाह करीब 8 से 10 महिलाओं को रक्त की कमी के चलते रेफर कर दिया जाता है।
मुख्यालय ने प्रशिक्षण देने के लिए भेज दिया है डॉक्टर का नाम
ब्लड स्टोरेज यूनिट शुरू करने के लिए मुख्यालय द्वारा डॉक्टर और एलटी को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके लिए डॉक्टर और एलटी का नाम भेज दिया गया है। ब्लड स्टोरेज यूनिट होने से मरीजों और गर्भवती महिलाओं को फायदा होगा।
डॉ. संजय छिकारा, एसएमओ, सिविल अस्पताल, गोहाना