सीएम घोषणाओं को जल्द पूरा कराना और शिक्षा-स्वास्थ्य में सुविधाओं को बेहतर करना प्राथमिकता
आईएएस विवेक आर्य का व्यक्तिगत परिचय
आईएएस विवेक आर्य का जन्म 1998 को हरियाणा के चरखी-दादरी जिले के गांव बाढड़ा में हुआ।
उनके पिता विरेंद्र आर्य सोलर पैनल की दुकान चलाते हैं। उनका अपना ही व्यवसाय रहा है। माता सुनिता देवी ग्रहणी हंै। विवेक आर्य एक साधारण परिवार में जन्में हैं। इन्होंने गांव के सरकारी स्कूल से पांचवीं कक्षा तक पढाई की। उसके बाद सैनिक स्कूल, कुंजपुरा अंबाला से 12वीं कक्षा पास की। 2018 में पंजाब यूनिवर्सिटी से बीए इकनोमिक्स की पढाई की। सैनिक स्कूल से पढ़ाई करने के चलते इनके मन में देश सेवा का भाव कुट-कुट कर भरा हुआ है। विवेक आर्य ने सेना अधिकारी की परीक्षा पास की, लेकिन इन्ट्रव्यू में रह गए। विवेक सेना में जाकर देशसेवा करना चहते थे। लेकिन किसी कारणवश सेना में नहीं जा पाए। इन्होंने यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी। 2020 में यूपीएससी की परीक्षा पास की। करनाल में ट्रेनिंग हुई जिसमें बतौर असिस्टेंट कमिश्नर कार्य किया। ट्रेनिंग के बाद रोहतक में बतौर एसडीएम पहली पोस्टिंग हुई। उसके बाद 5 फरवरी 2024 से गोहाना में बतौर एसडीएम आपनी सेवाएं दे रहे हैं।
आईएएस बनने में बड़े भाई का अहम योगदान
इनके बड़े भाई मंजीत आर्य नेवी में लेफ्टिनेंट कमांडर हैं। आईएएस बनने में इनके भाई मंजीत आर्य का बहुत बड़ा योगदान रह है। जब मंजीत आर्य नेवी में भर्ती हुए तो विवेक आर्य के मन में प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा हुई। प्रतिस्पर्धा की भवाना ने इन्हें आईएएस अधिकारी बना दिया। बडे भाई मंजीत आर्य के साथ दोस्ताना व्यवाहार रहता है।
**सीएम घोषणाओं को जल्द पूरा कराना और शिक्षा-स्वास्थ्य में सुविधाओं को बेहतर करना प्राथमिकता**
उपमंडल स्तर पर एसडीएम सबसे मुख्य अधिकारी होते हैं। क्षेत्र में शासन-प्रशासन को बेहतर ढंग से चलाना इनकी मुख्य जिम्मेदारी होती है। इन पर सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को प्रभावित ढंग से लागू कराने और जनसमस्याओं का समाधान करना इनकी जिम्मेदारी होती है। इन दिनों गर्मी का मौसम चरम पर है। गर्मी में बिजली के अघोषित कटों की परेशानी रहती है। बारिश का मौसम भी लगभग शुरू हो गया है। शहर व ग्रामीण क्षेत्र में जलभराव होना आम बात है। जनसमस्याओं का समाधान, सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में सुधार लाने, सीएम की घोषणाओं को जल्द पूरा कराने के लिए प्रशासन की क्या योजना रहेगी। इन सभी मुद्दों को लेकर हरियाणा उत्सव के मुख्य संपादक भंवर सिंह ने गोहाना एसडीएम विवेक आर्य से विस्तार से बातचीत की। पेश है बातचीत के मुख्य अंश-
गर्मी के मौसम में लोगों को निर्बाध बिजली सप्लाई के लिए क्या योजना है?
गोहाना क्षेत्र के लगभग गांव जगमग योजना से जोडे गए हैं। मैं खुद भी गांव में जाकर फीडबैक लेता हूं। ग्रामीणों की आवश्यकता के अनुसार बिजली सप्लाई दी जा रही है। बिजली चोरी रोकने के लिए निगम ने टीमें बना रखी हैं। बिजली चोरी कम होगी तो उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली मिल सकेगी।
बिजली विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि तारों व ट्रांसफार्मरों की समय पर मरम्मत की जाए। शेड्यूल के अनुसार बिजली सप्लाई दी जाए। इसके लिए निगम के अधिकारियों की बैठक ली गई है। अधिकारियों व आम जनता से फीडबैक लिया जाता है। विभाग से संबंधित जो भी शिकायत आती हैं, तुरंत प्रभाव से समाधान के निर्देश दिए गए हैं।
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बारिश में शहर व क्षेत्र में जलभराव न हो इसके लिए प्रशासन के क्या तैयारी है?
पिछले कई वर्षों में हुई बारिश का डेटा के आधार पर तैयारी की जा रही है।
शहरी व खेतों के सभी छोटे-बडे नालों को ड्रेन से कनेक्ट किया गया है। इसके अलावा 111 प्वाइंट चिन्हित किए गए हैं। पानी निकासी के लिए 111 बिजली पंप लगाए जाएंगें। आवश्यकता के अनुसार डीजल पंप की व्यवस्था भी की गई है। जिसमें पंचायत को पंप सिंचाई विभाग से दिया जाएगा। डीजल प्रशासन की तरफ से मुहैया कराया जाएगा। इसके अलावा जरूरत हुई तो ट्रैक्टर बर्मा की भी तैयारी की जा रही है। इसके लिए उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन लिया जा रहा है। जन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देश जारी कर मुख्य व छोटी सीवर लाइनों की सफाई करने के निर्देश दिए गए हैं। समय पर नालों व सीवर की सफाई नहीं करवाने पर विभागों के अधिकारियों पर एक्शन लिया जाएगा।
सीएम की घोषणाओं को जल्द पूरा कराने के लिए क्या प्रयास किए जा रहे हैं?
मुख्यमंत्री की घोषणाऐं जल्द पूरा करने के लिए संबंधित अधिकारियों से फीडबैक लेकर उच्च अधिकारयों को भेजा गया है। महम रोड का चौड़ीकरण किया जाना है। रोड बनाने के लिए टेंडर दिया गया था। लेकिन एजेंसी कोर्ट में चली गई। जिसके चलते निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया। पहले टेंडर को रद्द करने और दोबारा से टेंडर लगाने के लिए सिफारिश की गई है। जल्द महम रोड का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
इसके अलावा गोहाना का पश्चिमि बाईपास के लिए गांव-गांव जाकर किसानों से मिल रहे हैं। सरकार की योजना के तहत किसानों की सहमती ली जा रही है। गोहाना के सेक्टरों को जल्द ही आबाद करने के लिए उच्च अधिकारयों को भेजा गया है। जिसमें नऐ सेक्टर में गरीबी रेखा से निचे आने वाले परिवारों को एक-एक मरले जमीन का आवंटन भी किया गया है। गोहाना को जिला बनाने को लेकर इसकी फीजिबिलिटि जांची जा रही है। फीजिबिलिटि जांच के बाद सरकार के पास भेजी जाएगी।
सरकारी स्कूलों में शैक्षणिक व्यवस्था में सुधार के लिए क्या प्रयास रहेगा?
शैक्षणिक व्यवस्था के सुधार के लिए विभाग के अधिकारियों के साथ समय-समय पर बैठकें की जाएंगी।
जो शिक्षक व अधिकारी ड्यूटी में लापरवाही बरतेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। मैं भी समय-समय पर स्वयं सरकारी स्कूलों का औचक निरीक्षण करूंगा। रटाफिकेशन की बजाए पे्रक्टिकल पर ध्यान दिया जाएगा। प्रत्येक स्कूल में एक कैरियर चार्ट लगाया जाएगा। ताकि 10वीं के बाद बच्चे अपनी पसंद का कैरियर चुन सकेंगे। पियर लर्निंग योजना भी शुरू की जाएगी। पियर लर्निंग से बच्चे जल्दी सीख जाते हैं। पियर लर्निंग पर कार्य किया जाएगा।