Gohana

गन्ने की फसल का भुगतान करने में आहुलाना चीनी मिल प्रदेश में अव्वल

फोटो- गांव आहुलाना स्थित चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल।

– पेराई बंद होने से पहले ही कर चुका है 82 प्रतिशत राशि का भुगतान
हउ: भंवर सिंह

गोहाना: गांव आहुलाना स्थित चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल गन्ने की फसल का भुगतान करने में प्रदेश में पहले स्थान पर है। मिल प्रशासन ने किसानों को करीब 82 प्रतिशत गन्ने की फसल का भुगतान कर दिया है। यह राशि सीधे किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई है। भुगतान करने में आहुलाना मिल प्रदेश में पहले और कैथल मिल दूसरे स्थान पर है।  

लेखा शाखा के मुख्य लेखा अधिकारी जितेंद्र शर्मा के अनुसार मिल का दस नवंबर को मिल का शुभारंभ किया था। करीब 15 नवंबर को पेराई शुरू हो चुकी थी। 139 करोड़ 58 लाख रुपये में 38 लाख 56 हजार क्विंटल गन्ना खरीदा गया था। जिसका 82 प्रतिशत करीब 113 करोड़ 85 लाख रुपये का भुगतान किया जा चुका है। कुल राशि का करीब 25 करोड़ 73 लाख रुपये बकाया हैं। इसका भी जल्द ही भुगतान कर दिया जाएगा। राशि सीधे किसानों के बैंक खातों में ट्रांसफर की गई है। यह राशि करीब 12 किस्तों में किसानों के बैंक खाते में ट्रांसफर की गई है। दस से 15 दिन के अंदर गन्ने की फसल का भुगतान किया गया है। 12वीं किस्त के साथ भी आहुलाना चीनी मिल प्रदेश में पहले स्थान पर है। गन्ने की फसल का किसानों को भुगतान करने में कैथल मिल दूसरे और करनाल मिल तीसरे स्थान पर है।

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केन मनेजर मनजीत दहिया ने बताया कि मिल के दायरे में करीब 111 गांव आते हैं। मिल ने करीब 3500 किसानों का 50 लाख क्विंटल गन्ना बांंड बना रखा है। मिल की प्रतिदिन 25 हजार क्विंटल गन्ना पेराई की क्षमता है। 30 अप्रैल तक करीब 39 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई की जा चुकी है।
डिप्टी चीफ इंजीनियर अनिल चौहान ने बताया कि मिल को बिना ब्रेकडाउन चलाने की प्राथमिकता रहती है। मिल में बिजली भी तैयार की जाती है। इस बार 30 अप्रैल तक करीब 26.5 लाख बिजली यूनिट एक करोड़ सात लाख रुपये की बिजली बेची गई है।

फोटो-आशीष वशष्ठि, एमडी, चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल, आहुलाना
मिल में करीब 39 लाख क्विंटल गन्ने की पेराई हो चुकी है। हमने करीब करीब 113 करोड़ 85 लाख रुपये का भुगतान किया है। 12वीं किस्त के साथ ही आहुलाना मिल प्रदेश में पहले नंबर पर है। गन्ने की पेमेंट का भुगतान करने में देरी नहीं की जाती। किसानों को समय पर गन्ने का भुगतान करने की प्राथमिकता रहती है।  चीनी रिकवरी बेहतर हो इसके लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। गर्मी ज्यादा हो चुकी है इसलिए अगले सप्ताह पेराई बंद करने की संभावना है।
– आशीष वशिष्ठ, एमडी, चौ. देवीलाल सहकारी चीनी मिल, आहुलाना 

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