तिरंगे झंडे के निर्माता पिंगली वेंकैया नायडू को श्रद्धांजलि अर्पित की।
गोहाना:
आजाद हिंद देश भक्त मोर्चा द्वारा तिरंगा चौक पर तिरंगे झंडे के निर्माता पिंगली वेंकैया नायडू की 145 वीं जयंती मनाई। कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा के संरक्षक आजाद सिंह डांगी ने की। मुख्य वक्ता के रूप में मोर्चा के निदेशक डा. सुरेश सेतिया पहुंचे। पिंगली वेंकैया नायडू के चित्र पर पुष्पअर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
डा. सेतिया ने कहा कि पिंगली वेंकैया नायडू राष्ट्रीय ध्वज के निर्माता थे। वह कृषि वैज्ञानिक थे, उनका जन्म 2 अगस्त 1876 को आंध्र प्रदेश के पेनुमुरू नामक गांव में हुआ था। वह आजादी से पहले ब्रिटिश सेना में भर्ती हो गए। उस समय भारत को छोडकर बाकी सभी देशों के झंडे थे। उन्होंने देश के लिए तिरंगा झंडा तैयार किया। उन्होंने 30 देशों के झंडों की पड़ताल के बाद देश के लिए तिरंगा झंडा तैयार किया। आजाद सिंह दांगी ने कहा कि 1931 में 7 सदस्यों की कमेटी बनाई। कराची में कांग्रेस कमेटी की बैठक में केसरिया, सफेद और हरे रंग के साथ तिरंगे में अशोक चंक्र को भी सहमति मिली। तिरंगे के निचे आंदोलन किए और अंग्रेजों को भारत छोडऩा पडा। 15 अगस्त 1947 को तिरंगा हमारी आजादी और हमारे देश की आजादी का प्रतीक बन गया। इस मौके पर हर घर तिरंगा फाउंडेशन के अध्यक्ष दीपक कश्यप, रोहतास अहलावत, अनिल सैनी, हरभगवान चोपड़ा, रईसुद्दीन खान, राजवीर सिंह, वीरेंद्र सांगवान, हिमांशु पवार, उदय सिंह, स्वरूप सिंह, दीपक ढींगरा आदि मौजूद रहे।