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भारी भरकम फीस:रेवाड़ी के दो कोविड हेल्थ सेंटर डी-नोटिफाई, अब काेरोना मरीजों का नहीं कर सकेंगे इलाज, रेट किए हैं निर्धारित

पानीपत | रिफाइनरी के पास बना अस्थाई कोविड-19 अस्पताल।

भारी भरकम फीस:रेवाड़ी के दो कोविड हेल्थ सेंटर डी-नोटिफाई, अब काेरोना मरीजों का नहीं कर सकेंगे इलाज

हरियाणा उत्सव/ बीएस वाल्मीकिन

रेवाड़ी: कोरोना के इलाज की आड़ में मरीजों से भारी भरकम फीस वसूलने के चलते रेवाड़ी के दो कोविड हेल्थ सेंटर (डीसीएचसी) अस्पतालों पर बड़ी कार्रवाई हुई है। दो अस्पतालों को तुरंत प्रभाव से डी-नोटिफाई कर दिया गया है। अब ये दोनों अस्पताल कोविड के मरीजों को भर्ती नहीं कर सकेंगे।

फिलहाल जो भी मरीज भर्ती हैं, उनका इलाज जारी रखने की रियायत दी गई है। कोविड के समय अधिक फीस वसूली पर अस्पतालों पर इस तरह की राज्य में संभवत: पहली कार्रवाई है। इससे दो पहले ही हिसार में 56 बेड के बावजूद 60 मरीज भर्ती करने के चलते एक अस्पताल केा डी-नोटिफाई किया गया था।

जिला प्रशासन को अस्पतालों में तय दरों से अधिक कीमत वसूलने की शिकायतें मिल रही थी। हाल ही में एक कॉल रिकॉर्डिंग भी सोशल मीडिया पर वायरल हुई, जिसमें अस्पताल कर्मी साफ तौर पर कह रहा है कि रेवाड़ी के कैप्टन नंदलाल अस्पताल में ऑक्सीजन बेड के लिए प्रतिदिन के हिसाब से 50 हजार रुपए जमा कराने होंगे।

12 मई को इसी अस्पताल में भर्ती मरीजों के तीमारदारों ने हंगामा किया और खुलकर आरोप लगाए कि उनसे हर दिन के 50 हजार रुपए वसूले जा रहे हैं। प्रशासन के पास लिखित शिकायतें और रसीदें भी पहुंची, जिसके चलते डीसी यशेंद्र सिंह के निर्देश पर छापेमारी के लिए ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार निशा, स्वास्थ्य विभाग से डॉ. विशाल राव, डॉ. प्रदीप यादव व डॉ. सुरेश की टीम गठित की गई। टीम ने 13 मई को रेवाड़ी के कैप्टन नंदलाल अस्पताल और धारूहेड़ा के मेडीओम अस्पताल में छापा मारा। बिलों और रिकार्ड की जांच की। इन रिकार्ड में खासी गड़बड़ियां मिलने पर रिपोर्ट डीसी को सौंपी।

स्पष्टीकरण में नहीं दिया संतोषजनक जवाब

रेड कार्रवाई के दौरान गड़बड़ियां मिलने पर दोनों अस्पतालों को कारण बताओ (शो-कॉज) नोटिस जारी कर जवाब मांगा। अस्पतालों का जवाब आते ही सिविल सर्जन डॉ. कृष्ण कुमार ने रविवार को पत्र जारी किया। इसमें लिखा कि अस्पतालों द्वारा दिया गया स्पष्टीकरण संतोषजनक नहीं है। इसलिए दोनों डीसीएचसी को तुरंत प्रभाव से डी-नोटिफाई किया जाता है। आगे से ये अस्पताल किसी नए कोविड संक्रमित को भर्ती नहीं कर सकेंगे।

इसकी सूचना एमएचएससीएल हरियाणा के एमडी व स्वास्थ्य सेवाएं महानिदेशक केा भी भेजी गई है। अस्पतालों को पहले भी चेतावनी दी जा चुकी थी। डीसी यशेंद्र सिंह ने सभी अस्पतालों को निर्देश जारी किए हैं कि सभी अस्पताल बाहर ही रेट लिस्ट चस्पा करें। चेकिंग में रेट लिस्ट नहीं मिली तो एक्शन लिया जाएगा।

ये रेट किए हैं निर्धारित

सरकार ने एनएबीएच व जेसीआई मान्यता प्राप्त अस्पतालों में आइसोलेशन बेड का 10 हजार रुपए प्रतिदिन
बिना वेंटीलेटर के आईसीयू बेड का 15 हजार रुपए प्रतिदिन
वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बेड का 18 हजार रुपए प्रतिदिन की दर से रेट निर्धारित
बिना एनएबीएच मान्यता प्राप्त अस्पतालों में आइसोलेशन बेड का 8 हजार रुपए
बिना वेंटीलेटर के आईसीयू बेड का 13 हजार रुपए
वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बेड का 15 हजार प्रतिदिन की दर से।

Source- https://www.bhaskar.com/

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