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मनोहर सरकार पर मंडराये काले बादल

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आम आदमी पार्टी ने निकाली मनोहर सरकार की हवा

हरियाणा उत्सव/ अनिल खत्री

गोहाना डेस्क: पंजाब में आम आदमी पार्टी की बड़े बहुमत के साथ सरकार बनने से हरियाणा की राजनीति में भी भूचाल आ गया है। आम आदमी पार्टी ने हरियाणा की सभी राजनीतिक पार्टियों में खलबली मचा दी है। हरियाणा के कई बड़े नेता भाजपा छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए हैं । सूत्रों के हवाले से पता चला है कि कई बड़े दिग्गज नेता भी आम आदमी पार्टी के संपर्क में हैं। जिस आम आदमी पार्टी को हरियाणा में कमजोर माना जा रहा था अब उस आम आदमी पार्टी ने हरियाणा की राजनीति में खलबली मचा दी है। और हरियाणा की राजनीति में पार्टियों के समीकरण बिगाडऩे में लगी हुई है। दिल्ली के बाद पंजाब में आई आम आदमी पार्टी की सुनामी ने हरियाणा की राजनीति में गर्माहट ला दी है।

अरविंद केजरीवाल का अगला लक्ष्य हरियाणा में आम आदमी की पार्टी की सरकार बनाना है। जिसको लेकर खट्टर सरकार के भी कान खड़े हो गए हैं। जिसकी मुख्य वजह है 2019 के विधानसभा चुनाव में भाजपा हाईकमान ने 75 पार का नारा दिया था और पार्टी 40 सीटों पर सिमट गई थी। और दुष्यंत चौटाला की बैसाखी का सहारा लेकर भाजपा हाईकमान ने दोबारा से मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठाया था। भाजपा हाईकमान ने दोबारा से मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री की कुर्सी पर तो बैठा दिया लेकिन किसान आंदोलन समेत अनेकों चुनौतियों का सामना खट्टर सरकार को अपने दूसरे कार्यकाल में करना पड़ा। जैसे तैसे करके खट्टर सरकार अब इन चुनौतियों से बाहर निकल रही थी कि अब आम आदमी पार्टी का खौफ खट्टर सरकार के दिलों धड़कन बढ़ा रहा है।

अरविंद केजरीवाल का खौफ हरियाणा के विधायकों के चेहरे पर विधानसभा में भी साफ दिखाई दे रहा है। जेजेपी विधायक राम कुमार गौतम ने भरी विधानसभा में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को साफ साफ कह दिया कि अरविंद केजरीवाल बड़ा खतरनाक आदमी है बच के रहना दिल्ली और पंजाब के बाद अब हरियाणा की बारी है। हरियाणा की विधानसभा में अरविंद केजरीवाल के नाम की गूंज ने खट्टर सरकार के पांव तले की जमीन खिसका दी है। वहीं भ्रष्टाचार और रोजगार के मामले में भी खट्टर सरकार की बार-बार किरकिरी हुई है। किसान आंदोलन के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने किसानों की बढ़-चढ़कर सहायता की थी उसके कारण हरियाणा के किसानों में केजरीवाल के प्रति काफी सहानुभूति है। जबकि प्रधानमंत्री मोदी के साथ-साथ मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से किसानों की अब भी नाराजगी जारी है। जिसका सीधा सीधा नुकसान आने वाले चुनाव में खट्टर सरकार को हो सकता है। हरियाणा में अनेक मुद्दों पर घिरी खट्टर सरकार के लिए आने वाला समय चुनौतियों से भरा रहेगा।

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