किसान के बेटे ने यूपीएससी में किया टोप, जाने पूरी खबर
हरियाणा उत्सव, सोनीपत
हरियाणा के प्रदीप मलिक ने यूपीएससी की परीक्षा में देशभर में टॉप किया है। सोनीपत जिले के प्रदीप मलिक किसान परिवार से हैं, उनके पिता खेती करते हैं। उन्होंने 2018 में आईआरएस क्लियर किया था और कस्टम एंड एक्साइज डिपार्टमेंट में नौकरी कर रहे है। उनका कहना है कि हालत ऐसे थे कि नौकर के साथ-साथ कभी लंच टाइम तो कभी जल्दी काम निपटा कर पढ़ाई करता था। प्योरली टाइम मैनेजमेंट था, जो जैसे-तैसे किया क्योंकि ये चौथा अटेंप्ट था। एक बार तो यूपीएससी क्लियर करने के बारे में ख्याल ही छोड़ दिया था लेकिन पिता ने मोटिवेट किया तो आज ये मुकाम हासिल किया। प्रदीप ने टाइम मैनेजमेंट को ही सबसे बड़ा सक्सेस मंत्र बताया, जिसकी बदौलत ये सफलता हासिल की।
2018 में भी यूपीएससी क्लियर किया था
प्रदीप मलिक ने 2016 में पहली बार यूपीएससी के लिए पेपर दिया था लेकिन वे रह गए थे, इसके बाद 2017 में भी वे परीक्षा नहीं क्लियर कर पाए। इस दौरान उन्होंने इनकम टैक्स की परीक्षा क्लियर की और इंस्पेक्टर नौकरी ज्वाइन की थी। 2018 में उन्होंने यूपीएससी की परीक्षा क्लियर कर ली थी और कस्टम एंड एक्साइज डिपार्टमेंट में ज्वाइन किया था। वे इस समय ट्रेनिंग पर थे। अपने रैंक में सुधार करने के लिए उन्होंने 2019 में फिर से परीक्षा दी थी। अब टॉप कर दिया।
पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन था आप्शनल विषय
प्रदीप ने अंग्रेजी मीडियम से परीक्षा दी थी। पब्लिक एडमिनिस्ट्रेशन उनका आप्शनल विषय था। उन्होंने अपनी पढ़ाई सोनीपत के शंभूदलाय स्कूल से पूरी की थी। वे 10वीं और 12वीं में स्कूल टॉपर थे। इसके बाद मुरथल से कंप्यूटर साइंस में ग्रेजुएशन की।
पिता को बताया प्रेरणा स्त्रोत
प्रदीप ने कहा कि जो भी लोग यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें मेरा एक ही संदेश है कि आप उस कारण को याद रखिए जिसकी वजह से आपने तैयारी शुरू की थी। कोई न कोई आपका मोटिवेटिंग फैक्टर जरूर रहता है, ऐसे लोगों के टच में रहिए, उनसे बात कीजिए। अगर आप पूरी समर्पण भावना से तैयारी करते हैं तो आपका जरूर क्लियर होगा। मेरी लाइफ में मोटिवेटर मेरे पिता रहे हैं। एक बार मैने सोचा कि मैं नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी क्लियर नहीं कर पाउंगा। उन्होंने मुझे समझाया, इसके बाद मैंने दोबारा तैयारी की और अब क्लियर किया। सौजन्य दैनिकभास्कर